गुरु पुष्य नक्षत्र का महत्व शास्त्रों में सबसे अधिक है और इस बार अधिक मास में आने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ गया है. यह नक्षत्र दि.२१ अप्रैल को सुबह ६ बजे से दोपहर ३ बजे तक रहेगा. इस समय में किया गया दान और पुण्य कई गुना अधिक फल देता है. आइए देखे विभिन्न मूलांक वाले लोगों को इस क्या खरीदना चाहिए और क्या दान करना चाहिए.विशेषकर तब जब हमारे युवा इस दिन किसी परीक्षा या इंटरव्यू के लिए जाना चाहते हो.
* मूलांक १ : सूर्य का अंक है. सूर्य अभी मेष में उच्च के है. अतः ये जातक सफ़ेद और नारंगी वस्त्र पहने, इन्हीं रंगों की वस्तुओं का दान करे और माणिक रत्न पहने.
* मूलांक २ : यह चन्द्र का अंक है. चन्द्र इस दिन कर्क के है. अतः ये जातक सफ़ेद वस्त्र पहने, चावल का और दूध का दान करे और मोती रत्न धारण करे.
*मूलांक ३ : यह गुरु का अंक है. गुरु अभी कुम्भ में है अतः इन जातकों को पुखराज या सुनहला धारण करना चाहिए, हलके पीले वस्त्र पहने और चने की दाल और गुड का दान करना चाहिए.
मूलांक ४ : यह राहू का अंक है. राहू अभी धनु में मैं है अतः इन जातकों को गहरे रंग के वस्त्रों से बचना चाहिए, गहरे नीले वस्त्र का दान करना चाहिए और राहू की जडी धारण करना चाहिए.
* मूलांक ५ : यह बुध का अंक है और बुध अभी सूर्य के साथ है अथाह इन जातकों को हरे वस्त्र धारण करना चाहिए, गाय को चारा खिलाना चाहिए और पन्ना पहनने के लिए भी यह दिन शुभ है .
* मूलांक ६ : यह शुक्र का अंक है. शुक्र अभी अपनी राशि वृषभ में है अतः इन जाताकों को सफ़ेद वस्त्र पहनने चाहिए, साबूदाने का दान करना चाहिए और हीरा या जर्किन धारण करना चाहिए.
* मूलांक ७ : यह केतु का अंक है. केतु अभी मिथुन में है. सलेटी और काले वस्त्र न पहने, हलके रंगों का प्रयोग करे.केतु की जडी धारण करे और कुत्ते को मीठी रोटी खिलाए.
* मूलांक ८ : यह शनि का अंक है. शनि अभी कन्या में है अतः इन जातकों को गहरे रंगों से बचना चाहिए, काली वस्तुओं का व तेल का दान करना चाहिए. नौकरों को कुछ खाद्य सामग्री दान दे.
* मूलांक ९ : यह मंगल का अंक है. मंगल अभी कर्क में नीच के है. अतः इन जातकों को लाल रंग का प्रयोग करना चाहिए, मूंगा पहन सकते हैं और चुकंदर ,मसूर की दाल का दान करे. रक्त दान भी बेहतर उपाय है.
विशेष : अपने मूलांक के अनुसार इष्ट का ध्यान करना और दान करना सफलता के प्रतिशत को निश्चित ही बढ़ाएगा .
भारती पंडित
इंदौर
रेखा परेशान है कि उसकी किसी से फ्रेंडशिप नहीं होती ,तो अंशु अपनी आसपास फ्रेंड्स की भीड़ से परेशान है. जय को लगता है कि उसके फ्रेंड्स उसके लिए लकी है तो नीरव को लगता है कि फ्रेंड्स की वजह से उसके काम खराब होते है. आखिर एक शब्द है फ्रेंडशिप और इतने सारे कमेंट्स?
वास्तव में आपके कितने फ्रेंड्स होंगे और आपकी उनसे कितनी बनेगी यह आपके प्लेनेट्स पर डिपेण्ड करता है. उन्ही के अनुसार आपके रिलेशन बनते और बिगड़ते हैं.
* यदि होरोस्कोप में जुपिटर, मरकरी और मून सही स्थिति में है तो आपके आसपास फ्रेंड्स का जमघट लगा रहेगा. ऐसे लोग बड़ी जलदी दोस्ती करते है.
* यदि शुक्र या बुध का लग्न है तो भी दोस्त जल्दी बनाते है. मगर सोच समझकर दोस्ती करते हैं.
* यदि गुरु ,सूर्य का लग्न है तो दोस्त कम बनाते है.
* यदि मंगल ,शनि का लग्न है तो हर किसी से दोस्ती हो जाती है जो नुकसान भी देती है.
* यदि लग्न में गुरु या सूर्य हो तो ये व्यक्ति समाज में आदर तो पाते है मगर ग्रहों के विशेष स्वभाव के कारण रेलेशन मेंटेन नहीं कर पाते. स्वाभिमान की अधिकता इन्हें किसी के आगे झुकाने नहीं देती और गहरी मित्रता से दूर रहते है.
* कमजोर मून, जुपिटर या मरकरी के कारण दोस्त बनते ही नहीं hei. लोग आपको पसंद ही नहीं करते.
* यदि सेकंड हाउस में मार्स या शनि हो तो व्यक्ति दोस्तों के कारण परिवार को भी दांव पर लगा सकता है मगर उसे दोस्तों से नुकसान ही होता है.
* यदि सेकंड हाउस में शुभ ग्रह हो तो दोस्तों से लाभ होता है.
* यदि फिफ्थ और एलेवंथ हाउस आपस में रिलेशन रखे या इनके स्वामी अपने भाव या एक-दूसरों को देखे तो दोस्तों से बहुत लाभ होता है और प्रोफेशनल फील्ड में लाभ मिलता है.
* यदि शुक्र का लग्न हो और शुक्र शनि से प्रभावित हो तो दोस्तों के कारण नशे की ,बुरी आदतों में पड़ने से नुकसान ही होता है.
अतः अपने ग्रहों को देखे और सोच- समझकर दोस्ती करें.
विशेष : हाथ में पीला धागा बांधने से, हलके पीले वस्त्र पहनने से और केवडा या चन्दन का इत्र लगाने से दोस्त जल्दी बनते हैं .
भारती पंडित
इंदौर
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